Monday, 10 August 2009

बिहार पुलिस का कारनामा

बिहार कई कारणों से चर्चा में रहता है...उनमे ज्यादा ये गलत करण ज्यादा होते हैं. हाल ही में मेरे एक करीबी रिश्तेदार को मुजफ्फरपुर पुलिस ने ये कहकर आधी रात को घर से उठा लिया की उनका नाम उस गैंग के संचालक से मिलता है. बात मुझ तक पहुची गुस्सा बहुत आया. मैंने वह के पुलिस अधीक्षक को फ़ोन किया लेकिन एस पी साहब ऑफिस में नहीं मिले. हलाँकि मेरे रिश्तेदार को पुलिस ने शाम तक छोड़ दिया. ये हमारी बिहार पुलिस के जांच पड़ताल का पुलिसिया अंदाज़ है. दरअसल मुजफ्फरपुर के ब्रहमपुरा में किसी कुंदन चन्दन गैंग ने किसी डॉक्टर को धमकी दी. इस पर पुलिस ने तुंरत करवाई करते हुए...शहर के कई कुंदन चन्दन को पुच ताछ के लिए हिरासत में ले लिया. ज़ाहिर है कुंदन चन्दन नाम के इन लोगो में वो गैंग वाला कुंदन चन्दन नहीं था. पुलिस के सामने अच्छे अच्छों की बोलती बंद हो जाती है. चाहे उस में हमारी कोई गलती न भी हो. ये तो एक बानगी है जिसकी कोई न्यूज़ नहीं बनी.....या ये भी कह सकते है की हमारे रिपोर्टर को फुर्सत नहीं मिली. येसी कई घटनाये रोजाना होती है पुलिस से.....आम लोग पुलिस से बात करने से भी कतराते है....पुलिस वाले भी ये बात अच्छी तरह जानते है....लेकिन जब कोई उनसे नहीं डरता तो वे आन्ही औकात में आ जाते हैं...पब्लिक और पुलिस के बीच एक खाई आ गयी है इसे दूर करना पुलिस का काम है...जब तक पुलिस अपनी छवि जनता के बीच नहीं सुधरती तब तक लोग उन्हें गली देते रहेंगे.......

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