Monday, 23 November 2009

अपनी आंखों की रौशनी से कीजिए किसी की जिंदगी को रौशन

संसार में देखने को काफी खुबसुरत चीजे हैं लेकिन ये सभी चीजे नेत्रहीनों के लिए कोई मायने नहीं रखती। देश की 7 लाख आबादी कार्निया की खराबी के कारण नेत्रहीनता की शिकार है। इन्हें ठीक किया जा सकता है अगर इनकी कार्निया बदल दी जाये और यह तभी संभव है जब नेत्र दान के द्वारा कार्निया को पुनः स्थापित किया जाये। नेत्रहीन होने वालों में सबसे अधिक संख्या वैसे लोगों की है जो बचपन में ही अपनी आंखों की रौशनी खो देते हैं।

पोषण की कमी, घाव, संक्रमण, चोट या बीमारी से आखों की कार्निया खराब हो सकती है। नेत्रहीनता के शिकार ज्यादातर लोगों में कार्निया बदलने से उनकी नेत्रहीनता खत्म की जा सकती है। लेकिन नेत्र दाताओं की कमी के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाता है और आज भी कई लाख लोग दान में मिली आंखों की कमी के कारण अंधकारमय जिंदगी जीने को मजबूर हैं। भारत में हर साल 4500 लोगों की आंखों का ओपरेशन कर उनकी आंखे ठीक की जाती है वहीं हर साल 30000 नये मरीज अपनी आंखों के ओपरेशन के लिए आते हैं। ऐसे 7 लाख लोग और है जो अपनी आंखों के ओपरेशन का इंतजार कर रहे हैं लेकिन नेत्रदाताओं की कमी के कारण उनका ओपरेशन नहीं किया जा सकता।
भारत में हर साल 80 हजार लोगों की मृत्यु होती है लेकिन अफसोस की इनमें से कुछ हजार ही अपनी आंखों दूसरों के लिए दान करते हैं। लोगों के बीच फैली तमाम तरह की भ्रांतियों के कारण लोग अपनी आंखे दान करने में संकोच या डर महसूस करते हैं। कई लोगों के बीच ऐसी धारणा बन गयी है कि जिनकी आंखों का ओपरेशन हुआ हो, जो चश्मा लगाते हैं या जिन्हें डायबीटीज है। वे अपनी आंखे दान नहीं कर सकते। लेकिन वास्तविकता यह है कि ये सब होते हुए भी कोई व्यक्ति आराम से अपनी आंखे दान कर सकता है। लोगों के एक धार्मिक भ्रांति भी है कि अगर मरने के बाद आंखे निकाल ली जाये तो वह व्यक्ति अगले जन्म में अंधा जन्म लेगा। ये सभी बाते कोरी कल्पना के सिवा कुछ भी नहीं है।

किसी उम्र का कोई भी इंसान अपनी आंखे दान कर सकता है। आंख दान करने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है इसके लिए बस अपने नजदीकी नेत्र बैंक से संपर्क करना होता है। जिस व्यक्ति ने अपना नेत्र दान किया है उनकी मृत्यु के 6-8 घंटों के अंदर उनकी आंखे दूसरे के काम आ सकती हैं। नेत्र दान करने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर उनके रिशतेदारों को मृत्यु के तुरंत बाद निकटतम नेत्र बैंक को संपर्क करना चाहिए। नेत्र बैंक के कर्मचारी बिना किसी ‘शुल्क के नेत्र दाता की आंखे एक छोटी सी प्रक्रिया के द्वारा सुरक्षति निकाल लेते हैं। नेत्र निकालने से मृत व्यक्ति के चेहरे पर किसी प्रकार की विकृति नहीं आती है।
तमाम तरह की भ्रांतियों को निकाल कर अगर बड़ी संख्या में नेत्र दान किया जाये तो लाखों नेत्रहीनों की आंखों की रौशनी वापस मिल सकती है और वह भी हमारी तरह ही इस सुंदर दुनिया के नजारे को निहार सकेंगे।
दिल्ली में इन जगहों पर कोई व्यक्ति अपनी आंखे दान करने के लिए आवेदन कर सकता है।
1. A. Edward Maumenee Eye Bank 2925 0952/ 1155/ 1156/0757

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